Bihar Board Class 10th History Chapter 6 | शहरीकरण एवं शहरी जीवन
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur adipiscing elit. Test link
Monday, April 14, 2025 at 04:34:14 AM

Bihar Board Class 10th History Chapter 6 | शहरीकरण एवं शहरी जीवन

एक स्थायी सामाजिक जीवन की शुरुआत गाँव से हुई। कस्बा किसे कहते है? घेटो क्या है?... शहरों में मुख्यत: व्यापार एवं उत्पादन होता है, शहरों के बसने एवं...

शहरीकरण का अर्थ है किसी गाँव का शहर या कस्बे के रूप में विकसित होने की प्रक्रिया। गाँव और शहर के बीच काफी भिन्नताएँ हैं। गाँव की आबादी कम होती है नगर की ज्यादा; गाँव में खेती और पशुपालन मुख्य आजीविका है, शहर में व्यापार और उत्पादन, गाँव में प्राकृतिक वातावरण स्वच्छ है, शहर में प्रदूषित। शिक्षा, यातायात, स्वास्थ्य सुविधाएँ आदि में शहर अधिक उन्नत अवस्था में होती है। गाँव से शहरों का विकास एक वृहत् प्रक्रिया है जो कई.. शताब्दियों पर फैली है।

Bihar Board Class 10th History Chapter 6 study material, featuring key concepts and summaries for students.


समाजशास्त्री के अनुसार नगरीय जीवन तथा आधुनिकता एक-दूसरे के पूरक है और शहर को आधुनिक व्यक्ति का प्रभाव क्षेत्र माना जाता है। शहर व्यक्ति को सन्तुष्ट करने के लिए अंतहीन संभावनाएँ प्रदान करता है। आधुनिक काल से पूर्व व्यापार एवं धर्म शहरों की स्थापना के महत्वपूर्ण आधार थे। ऐसे वे क्षेत्र थे जो मुख्य व्यापार मार्ग अथवा पत्तन और बन्दरगाहों के किनारे बसे थे।

कुछ ऐसे क्षेत्र थे जो धार्मिक स्थल के रूप में भारी संख्या में भक्तों को आकर्षित करते थे तथा ये धार्मिक स्थल नगर अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ भी करते थे।

V.V.I Q.1. कस्बा किसे कहते है?

उत्तर- ग्रामीण अंचल में एक छोटे नगर को माना जाता है। जो अधिकांशतः स्थानीय विशिष्ट व्यक्ति का केन्द्र केन्द्र होता है।

V.V.I Q.2. गंज किसे कहते है?

उत्तर- एक छोटे स्थायी बाजार को कहा जाता है यहाँ कपड़ा, फल , सब्जी तथा दूध उत्पादों से जुड़े सामग्री मिलती है।

V.V.I Q.3. टेनेमेंट्स क्या है?

उत्तर- कामचलाऊ और अक्सर बेहिसाब भीड़ वाले अपार्टमेंट मकान ऐसे मकान बड़े शहरों के गरीब इलाके में अधिक पाए जाते है।

V.V.I Q.4. व्यक्तिवाद क्या है?

उत्तर- वह सिद्धांत जिससे समुदाय की नहीं बल्कि व्यक्ति की स्वतंत्रता और अधिकार को स्वीकार किया जाता है।

H.G Q.5. घेटो क्या है?

उत्तर- सामान्यतः यह शब्द मध्य यूरोपिय शहरों में यहूदियों की बस्ती के लिए प्रयोग किया जाता है। सामुदायिक दंगों को ये एक विशिष्ट देशिक रुप देते है।

H.G Q.6. एक औपनिवेशिक शहर के रूप में मुम्बई (बंबई) के विकास का वर्णन करें?

उत्तर- 17वीं शताब्दी में मुबंई पुर्तगाली के नियंत्रण में सात टापूओं का समूह था 1616 ई० में पूर्तगाल ने इसे दहन के रूप में इंगलैंड के सम्राट चार्ल्स द्वितीय को दे दिया चार्ल्स द्वितीय ने इसे ईस्ट इंडिया कंपनी अपने व्यापारिक गतिविधियो का केन्द्र बनाया इस प्रकार धीरे-धीरे मुंबई का विकास होता रहा है।

V.V.I Q.7. शहरीकरण में किस प्रकार के सामाजिक बदलाव आए?

उत्तर- (i) सामुहिक पहचान के सिद्धांत को बढ़ावा दिया ग‌या।
(ii) शहरों में नये सामाजिक व्यवसायिक समूह बने।
(iii) पूँजीपत्ती एवं श्रमिक वर्ग का उदय हुआ इत्यादि।

V.V.I Q.8. शहर किस प्रकार के क्रियाओं का केंद्र होता है।

उत्तर- शहरों में मुख्यत: व्यापार एवं उत्पादन होता है, शहरों के बसने एवं विकसित होते ही प्रशासन नागरीक सुविधाओं का प्रबंधन, शिक्षा इत्यादि कार्यकलाप स्वतः प्रारंभ हो जाता है इस प्रकार शहर उत्पादन, व्यापार, राजनीतिक, शिक्षा, प्रशासन, इत्यादि क्रियाओं का केन्द्र बना।

H.G Q.9. शहरों ने किन नई समस्या को जन्म दिया?

उत्तर- (i) मजदूरों के आवास की समस्या
(ii) पानी की समस्या
(iii) स्वास्थ्य की समस्या
(iv) शौचालय की समस्या
(v) बेरोजगारी की समस्या
(vi) घरों में पर्याप्त रोशनी की समस्या।

H.G Q.10. शहरीकरण की प्रक्रिया में व्यावसायी वर्ग, मध्यमवर्ग एवं मजदूर वर्ग की चर्चा करें?

उत्तर- व्यावसायी वर्गः- नगरों का उद्‌भव व्यवसायिक पूँजीवाद के उदय के साथ संभव हुआ व्यापारिक स्तर पर व्यवसाय बड़े पैमाने पर उत्पादन स्वतंत्र उद्योग, मुद्रा, बैंकिंग इत्यादि सेवाओं के विस्तार ने शहरीकरण की प्रक्रिया और अधिक तीव्र कर दिया।

मध्यमवर्ग:- शहरों के उद्भव में मध्यम वर्ग का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है वैसा वर्ग जिसमें वकील, डॉक्टर, मुनीम इत्यादि शामिल होते हैं।

मजदूर वर्ग:- आधुनिक शहरों में जहाँ एक ओर पूँजीपत्ती वर्ग का जन्म हुआ वहीं दूसरी ओर मजदूर वर्ग जो सुविधाविहीन वर्ग था जिसके पास रहने के लिए न तो आवास था न ही खाने के लिए भोजन उन्हें स्लम जगहों पर रहना पड़ता था किंतु धीरे - धीरे उन वर्गों में भी जागरूकता आई और शहरीकरण में अधिक योगदान दिए।

H.G Q.11. ग्रामीण तथा शहरी जीवन के बीच अंतर स्पष्ट करें।

ग्रामीण जीवन और नगरीय जीवन
ग्रामीण जीवन
  •  गाँव में शांति का महौल होता है।
  • गाँव में समाजिकता होती है।
  • ग्रामीण जीवन कृषि पर आश्रित होता है।
  • ग्रामीण जीवन प्रकृति से जुड़ाव होता है।
  • यहाँ लोग एक-दूसरे की मदद करते हैं और पारिवारिक संबंध मजबूत होते हैं।
  • ग्रामीण जीवन सरल और प्राकृतिक होता है, जो मानसिक शांति प्रदान करता है।
नगरीय जीवन
  • शहरों में शोर-गुल अधिक होते हैं।
  • शहरों में समाजिकता कम होती है।
  • शहरी जीवन कृषि उत्पाद पर आश्रित होता है।
  • शहरी जीवन प्रकृति से कम जुड़ाव होता है।
  • यहाँ लोग अपनी व्यस्त दिनचर्या में एक-दूसरे से बहुत कम मिलते हैं।
  • शहरी जीवन तेज़ रफ्तार से चलता है, जिससे मानसिक तनाव हो सकता है।

V.V.I Q.12. पाटलीपुत्र (पटना) के विकास का वर्णन करें?

उत्तर- 5वीं शताब्दी ई. पू. में मगध सम्राज्य की राजधानी राजगृह से बदलकर पाटलीपुत्र में बनाई गई । नंदो एवं मौर्य शासन काल में इस नगर के चारों तरफ विकास हुआ। गुप्तकाल तक पाटलीपुत्र शिल्प व्यापार शिक्षा का केन्द्र बना रहा 1541 ई. में शेरशाह ने गंगा गंडक संगम पर एक किला का निर्माण कराया इस समय से पाटलीपुत्र पटना के रूप में प्रचलित हो गया 17 वीं शताब्दी के आरंभ में पटना को अजीमाबाद के नाम से जाना जाने लगा। सिखों के अंतिम गुरु गोविंद सिंह का जन्मस्थल पटना में होने के कारण तीर्थस्थल स्थल बन गया । आधुनिक पटना का निर्माण नगर के पश्चिमी भाग में अंग्रेजों ने करवाया था।

V.V.I Q.13. सिंगापुर शहर के विकास की चर्चा करें?

उत्तर- औपनिवेशिक शासन के दौराण सिंगापुर का विकास औपनिवेशिक शासकों की सुविधा को ध्यान में रखकर किया गया इस समय सिर्फ गोरे लोगों की बस्तियाँ को ही योजनानुसार विकसित किया गया। अश्वेत लोगों की बस्तियाँ भीड़ भार वाली एवं गंदगीयों से भरा पड़ा था 1965 ई. में सिंगापुर औपनिवेशिक शासक से मुक्त हुआ उसके बाद अनेक अवासीय योजना लागू की गई जिससे नगरों का विकास शुरु हुआ सरकार ने लगभग 56% नागरीको के निवास के लिए बहुमंजिलें, स्वच्छ और हवादार घरों का निर्माण करवाया गया समुद्र किनारे को विकसित कर 'मरीन ड्राइव' बनाया गया ।

V.V.I Q.14. गाँव के कृषिजन्य आर्थिक क्रियाकलापों की विशेषता को बतावें?

उत्तर- गाँव की आबादी का बड़ा हिस्सा कृषि संबंधी व्यवसाय से जुड़ा होता है। खेती एवं पशुपालन उनकी आजीविका का प्रमुख साधन है गांवों की अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था की अवधारणा पर आधारित है।

V.V.I Q.15. आर्थिक तथा प्रशासनिक संदर्भ में ग्रामीण तथा नगरीय बनावट के दो प्रमुख आधार क्या है?

उत्तर- (i) जनसंख्या का घनत्व
(ii) कृषि आधारित आर्थिक क्रियाओ का अनुपात

H.G Q.16. शहरी जीवन में किस प्रकार के सामाजिक बदलाव आए।

उत्तर- (i) सामूहिक पहचान के सिद्धांत को बढ़ावा दिया गया।
(ii) शहरों में नये सामाजिक व्यवसायिक समूह बने।
(iii) पारिवारिक व्यवस्था कमजोर पर गई।
(iv) व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर बल दिया गया इत्यादि।

H.G Q.17. नगरों में विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग अल्पसंख्यक है ऐसी मान्यता क्यों बनी है?

उत्तर- नगरों में केवल कुछ ही व्यक्ति ऐसे होते हैं जिन्हें आर्थिक एवं सामाजिक विशेषाधिकार प्राप्त हैं। लेकिन अधिकतर व्यक्ति बाध्यताओं में जकड़े रहते है इसके साथ ही शहरों की सबसे बड़ीं आबादी सर्वहारा वर्ग की होती है जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर तथा सामाजिक स्तर निम्न होता है और वे अल्पसंख्यक वर्ग के होते हैं।

Hello! I'm Sumit Kumar, a Class 10 student from the Bihar Board. I started this blog to share my knowledge and thoughts on education